" श्री उमेशराज शेखावत का इस प्रोटेस्ट के बारे में यह मानना है कि जो लोग CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे है उन्हें अहिंसा से प्रोटेस्ट करना चाहिए | लेकिन वहां पर धारा 144 लगा दी गई है जिस के कारण वहां लोग अब शांति से प्रोटेस्ट भी नहीं कर सकते है जबकि की वहा के लोग बस यही कहना चाहते है की कानून हमारा साथ दे हम बस शांति से प्रोटेस्ट करना चाहते है' पर प्रशासन बार बार बल प्रयोग कर के लोगो की आवाज दबाना चाहता है| "
दिल्ली सहित कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।इस बिल के तहत आज दिल्ली में विरोध प्रदर्शन और मोर्चा निकालने की तैयारी है। इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के लालकिले क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।दिल्ली में जहां पर भी ये प्रदर्शन हो रहा है वहां के सभी मेट्रो स्टेशन आज बंद कर दिए गए है। जानकारी के मुताबिक विपक्ष पार्टियों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। साथ ही पुलिस के जवान चारों तरफ निगरानी रखते हुए नजर आ रहे है, दिल्ली के इन इलाकों के इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। दिल्ली के अलावा बैंगलुरू, उत्तरप्रदेश, बिहार, कर्नाटक सहित कई राज्यों में बड़े प्रदर्शन की सूचना मिल रही है।भारत के कई राज्यों में नए नागरिकता क़ानून (CAA) के ख़िलाफ़ लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए राज्य सरकारें औपनिवेशिक युग के एक कठोर नियम का उपयोग कर रही हैं जिसका नाम है 'धारा 144 सीआरपीसी'.शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली के कुछ इलाक़ों में इस निषेधाज्ञा को लागू किया गया था जिसे तोड़ने पर दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया. वहीं उत्तर प्रदेश के लगभग सभी ज़िलों और कर्नाटक के कुछ ज़िलों में भी धारा 144 की अवहेलना करने पर हज़ारों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया.'कोड ऑफ़ क्रिमिनल प्रोसीजर' यानी सीआरपीसी के धारा 144 के तहत ज़िले के बड़े अधिकारियों जैसे डीएम, एसडीएम या एग्ज़िक्यूटिव मजिस्ट्रेट को यह अधिकार मिलता है कि वो क़ानून व्यवस्था बिगड़ने पर राज्य सरकार की ओर से एक आदेश जारी कर अपने क्षेत्र में इस निषेधाज्ञा को लागू कर सकते हैं.इसके अनुसार चार या चार से ज़्यादा लोगों को एक स्थान पर एकत्र होने की इजाज़त नहीं होती. यानी कि आप एक क्षेत्र विशेष में प्रदर्शन नहीं कर सकते है|
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दिल्ली सहित कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।इस बिल के तहत आज दिल्ली में विरोध प्रदर्शन और मोर्चा निकालने की तैयारी है। इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के लालकिले क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।दिल्ली में जहां पर भी ये प्रदर्शन हो रहा है वहां के सभी मेट्रो स्टेशन आज बंद कर दिए गए है। जानकारी के मुताबिक विपक्ष पार्टियों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। साथ ही पुलिस के जवान चारों तरफ निगरानी रखते हुए नजर आ रहे है, दिल्ली के इन इलाकों के इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। दिल्ली के अलावा बैंगलुरू, उत्तरप्रदेश, बिहार, कर्नाटक सहित कई राज्यों में बड़े प्रदर्शन की सूचना मिल रही है।भारत के कई राज्यों में नए नागरिकता क़ानून (CAA) के ख़िलाफ़ लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए राज्य सरकारें औपनिवेशिक युग के एक कठोर नियम का उपयोग कर रही हैं जिसका नाम है 'धारा 144 सीआरपीसी'.शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली के कुछ इलाक़ों में इस निषेधाज्ञा को लागू किया गया था जिसे तोड़ने पर दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया. वहीं उत्तर प्रदेश के लगभग सभी ज़िलों और कर्नाटक के कुछ ज़िलों में भी धारा 144 की अवहेलना करने पर हज़ारों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया.'कोड ऑफ़ क्रिमिनल प्रोसीजर' यानी सीआरपीसी के धारा 144 के तहत ज़िले के बड़े अधिकारियों जैसे डीएम, एसडीएम या एग्ज़िक्यूटिव मजिस्ट्रेट को यह अधिकार मिलता है कि वो क़ानून व्यवस्था बिगड़ने पर राज्य सरकार की ओर से एक आदेश जारी कर अपने क्षेत्र में इस निषेधाज्ञा को लागू कर सकते हैं.इसके अनुसार चार या चार से ज़्यादा लोगों को एक स्थान पर एकत्र होने की इजाज़त नहीं होती. यानी कि आप एक क्षेत्र विशेष में प्रदर्शन नहीं कर सकते है|
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