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पुलवामा का वो हमला जो देश अभी तक नहीं भुला |






14 फरवरी आज का दिन हमारे देश का सबसे दुखद दिन है क्योकि आज के दिन हमारे देश के जवानो पर आतंकवादियों ने हमला किया जिस के कारण 40 जवान शहीद हो गए। उस दिन पूरे देश में मातम का माहौल था। 20 सालों में इसे सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया गया है।

उस दिन हमारे सीआरपीएफ के जवानों का एक बड़ा समुह जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। भारी बर्फबारी के कारण सात दिन से जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद था और गुरुवार को ही इसे ट्रैफिक के लिए खोला गया था। 78 वाहनों में सीआरपीएफ के 2547 जवान जब श्रीनगर से महज 30 कि.मी. दूर थे उसी समय आत्मघाती आतंकवादी ने हमला कर दिया। वह भारी मात्रा में विस्फोटकों से भरे एसयूवी को ड्राइव कर रहा था और सीआरपीएफ की बस से जा टकराया। कार में लगभग 300 किलो से अधिक आरडीएक्स रखा हुआ था। इतने आरडीएक्स के धमाके से एक ट्रक को करीब 40 मीटर तक हवा में उछाल जा सकता है।  जैसे ही टक्कर हुई जोरदार धमाका हुआ और हमलावर के भी परखच्चे उड़ गए।सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने के लिए डार ने कार में लगभग 300 किलो से अधिक आरडीएक्स रखा हुआ था। बाद में मसूद अजहर की अगुवाई वाले आतंकी संगठन जैश--मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। मसूद अजहर और उसके साथी पाकिस्तान में अपना अड्डा जमाए हैं जिन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से मदद और ट्रेनिंग मिलती है।
जैश ने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार का एक वीडियो भी बनाया था जिसमें वह इस हमले के इरादे बता रहा है। आदिल पुलवामा का रहनेवाला था। इस वीडियो को हमले के कुछ मिनट बाद सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। वीडियो इंटेलीजेंस ब्यूरो ने 8 फरवरी को उत्तर और दक्षिण कश्मीर के सीआरपीएफ के डीआईजी को भेजा था और इसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि आतंकवादी उनके काफिले को आईईडी (IED) से निशाना बना सकते हैं। यह वीडियो जिले  के एएसपी को भी भेजी गई थी जिसमें जैश के विस्फोटक विशेषज्ञ अब्दुल राशि गाजी की सूचना भी थी जो अपने दो सहयोगियों के साथ पुलवामा में दाखिल हुआ था।


पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों का बदला लेने के लिए  भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश--मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर हवाई हमला किया। इसमें 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और उसने बुधवार को भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। भारतीय वायु सेना द्वारा एक पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू विमान को मार गिराया गया। इसमें हमारा एक मिग 21 क्रैश हो गया, जबकि कार्रवाई के बाद से पायलट गायब है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए अपनी वायु सेना का उपयोग किया। सतर्कता के कारण हमने पाकिस्तान के प्रयासों को फेल कर दिया।

कोई भी शब्द भीषण आतंकी हमले की निंदा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस आतंकवाद के पागलपन को खत्म होने से पहले कितने और लोगों का जीवन छिन जाएगा?

उन 40 शहीद जवानो में कोई हिन्दू, मुस्लिम, जैन, ब्राह्मण,क्षत्रिय,
कश्मीरी, पंजाबी नहीं थे ... वे सब भारतीय थे, आज उनकी एक ही पहचान है कि वे देश की सच्ची संतान थे

एक सिपाही और भारत के नागरिक के रूप में हमारा भी इस खून खौफनाक और कायरतापूर्ण हमलों पर उबलता है। पुलवामा में CRPF के 18 बहादुर दिलों का अंत हो गया। राजा साहब उनके निस्वार्थ बलिदान को सलाम करते है।

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